फिर न मुकरेंगे वादे से हम आदतन उसने वादा किया फिर मुकरते हुए. फिर न मुकरेंगे वादे से हम आदतन उसने वादा किया फिर मुकरते हुए.
न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही। न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही।
इस वर्ष उसके स्कूल में हिंदी दिवस पर निबंध प्रतियोगिता रखी गई। इस वर्ष उसके स्कूल में हिंदी दिवस पर निबंध प्रतियोगिता रखी गई।
मेरे दिल ओ दिमाग पे एक नशा है आपका दूर हो या पास हर वक़्त सुकून ए तलब हो आप! मेरे दिल ओ दिमाग पे एक नशा है आपका दूर हो या पास हर वक़्त सुकून ए तलब हो आप!
तुम तो मेरी कविता हो मेरी कल्पना हो खुबसूरत सा एक भ्रम हो ! तुम तो मेरी कविता हो मेरी कल्पना हो खुबसूरत सा एक भ्रम हो !
भूल जाना मुझे मेरे यार, फ़िलहाल किसी और का हूँ मैं..! भूल जाना मुझे मेरे यार, फ़िलहाल किसी और का हूँ मैं..!